संज्ञा के भेद उदाहरण सहित ( types of noun – example class 6 to 12 ) , संज्ञा के प्रकार, परिभाषा , उदाहरण, प्रश्न – उत्तर
Hindi Grammar में संज्ञा के भेद उदाहरण सहित महत्वपूर्ण chapter है। संज्ञा से Class 6 to 12 और comparative exam में questions पूछे जाते है।संज्ञा एक विकारी शब्द है। किसी वस्तु का नाम, व्यक्ति का नाम, स्थान का नाम, प्राणी का नाम, किसी प्रकार का भाव या विचार इन सभी से संज्ञा का बोध होता है। इस उद्धरण में हम संज्ञा की परिभाषा, संज्ञा के भेद उदाहरण सहित सरल भाषा में जानेंगे।
मोहन ने आगरा में सुंदर ताजमहल देखा।
इस वाक्य में मोहन एक व्यक्ति का नाम है, आगरा स्थान का नाम है , ताजमहल एक वस्तु का नाम है, तथा सुंदर एक गुण का नाम है। इस प्रकार यह चारों क्रमशः व्यक्ति, स्थान, वस्तु और भाव के नाम है ,अतः यह चारों संज्ञा शब्द हैं।
संज्ञा किसे कहते हैं? (What is noun called)
संज्ञा की परिभाषा :- (definition)जिन शब्दों से किसी प्राणी, स्थान ,वस्तु तथा भाव के नाम का बोध होता है, उसे संज्ञा कहते हैं।
“जिस संज्ञा शब्द से एक ही व्यक्ति वस्तु या स्थान के नाम का बोध होता हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।” “व्यक्तिवाचक संज्ञा विशेष का बोध कराती है सामान्य का नहीं। मुख्य रूप से व्यक्तिवाचक संज्ञा में व्यक्तियों देश, शहर, पर्वत, नदी, पुस्तक , त्योहार, दिशाओं, समाचार- पत्रों दिनों, महीनों, आदि के नाम आते हैं।
जैसे :-
(क) व्यक्तियों के नाम :-अशोक, रोहन, प्रदीप ,नवीन,मोहन सोहन, राधा, सीता, रमा, मोहिनी आदि।
(ख) नदियों के नाम :– गंगा, यमुना, चंबल ,बनास,सरस्वती ,माही, नर्मदा , ताप्ती आदि।
(ग) दिनों के नाम:- सोमवार, मंगलवार ,बुधवार ,गुरुवार, शुक्रवार, रविवार आदि।
(घ) देशों के नाम :- अमेरिका, जापान, चीन, अफगानिस्तान, जर्मनी, रूस आदि।
पर्वतों के नाम :- अरावली, हिमालय, सतपुड़ा,विंध्याचल आदि।
(च) शहरों के नाम :- दिल्ली, जयपुर, जोधपुर,अजमेर, मुंबई ,कोलकाता, आगरा, लखनऊ आदि।
(छ) दिशाओं के नाम :- उत्तर ,दक्षिण ,पूरब ,पश्चिम आदि ।
(ज) धार्मिक ग्रंथो के नाम :- रामायण, महाभारत, कुरान ,गीता, बाइबल, आदि।
(झ) ग्रह नक्षत्रों के नाम :- चंद्रमा ,मंगल ,पृथ्वी, सूर्य, बृहस्पति, शनि आदि।
(ञ्) महीनों के नाम :- जनवरी-,फरवरी, मार्च ,अप्रैल,जून, जुलाई अगस्त सितंबर अक्टूबर नवंबर दिसंबर, चैत्र वैशाख ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, क्वार, कार्तिक, अगहन पौष, माघ , फाल्गुन आदि।
त्योहारों के नाम :– दीपावली, रक्षाबंधन, होली,ईद ,मुहर्रम आदि।
(ठ) समाचार पत्रों के नाम :- राजस्थान पत्रिका ,दैनिक भास्कर ,अमर उजाला आदि।
जिस संज्ञा शब्द से किसी जाति के संपूर्ण प्राणियों ,वस्तुओं, स्थान आदि का बोध होता है उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे – उदाहरण:-
स्थान :- नदी, तालाब, पहाड़ ,विद्यालय, आदि।
सम्बन्ध :- माता-पिता चाचा ,चाचा ,मामा, मामी, बहन, भाई
पदों के नाम :- शिक्षक, बाबू ,वकील ,मंत्री ,किसान , सिपाही, आदि।
वस्तुओं की जाति :- पंखा, कुर्सी ,किताब ,घड़ी आदि।
पशु पक्षियों की जाति :- गाय ,बकरी ,घोड़ा,
तोता ,मोर ,चिड़िया ,मैना, कौआ, वतख, बगुला आदि।
मनुष्य की जाति:- स्त्री ,पुरुष, लड़का, लड़की, आदमी, औरत , महिला आदि।
शरीर के अंगों के नाम :- हाथ, पैर ,नाक ,कान ,गला, आंख आदि।
जिन संज्ञा शब्दों से वस्तुओं और प्राणियों के समूह का बोध होता है उसे समूह वाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे :-उदाहरण:-
व्यक्तियों का समूह :- कक्षा, दल, संगठन, परिवार आदि।
जानवरों के समूह :- टोली, झुण्ड, भीड़ आदि।
वस्तुओं का समूह :- गुच्छा, ढेर , गल्ला आदि।
इस संज्ञा में उसे द्रव्य पदार्थ का बोध होता है जिसे हम नाप या तोल सकते हैं, तथा जिन्हें गिन नहीं सकते, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
पदार्थ के नाम :- चीनी ,गुड, गेहूं ,सरसों ,चना आदि।
द्रव पदार्थों के नाम :- घी, दूध, पानी, तेल, रिफाइण्डआदि।
धातु तथा खनिज पदार्थों के नाम :- सोना ,चांदी ,एल्यूमिनियम, लोहा ,तांबा ,सीसा, रांगा,जस्ता आदि।
जिन संज्ञा शब्दों से प्राणी या वस्तुओं के गुण धर्म ,दशा, कार्य आदि का बोध होता है ,उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे :- क्रोध, दया, लोभ, मोह ,प्रेम ,उमंग आदि।
अन्य संज्ञा शब्दों से भी भाववाचक संज्ञा बनाई जा सकती हैं।
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना :-
जातिवाचक – भाववाचक संज्ञा
लड़का – लड़कपन
पुरुष- पुरुषत्व
गुरु – गौरव
बच्चा – बचपन
इंसान- – इंसानियत
सज्जन – सज्जनता
दानव – दानवता
बूढ़ा – बुढ़ापा
शिशु – शैशव, शिशुता
बन्धु – बन्धुत्व
ईश्वर – ऐश्वर्य
चोर – चोरी
ठग – ठगी
सेवक – सेवा
सती – सतीत्व
डकैत – डकैती
मित्र – मित्रता
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना :-
सर्वनाम – भाववाचक संज्ञा
मम – – ममता /ममत्
स्व – स्वत्व
सर्व – सर्वस्व
निज – निजत्व
आप – – आपा
अपना – अपनापन / अपनत्व
एक – एकता
विशेषण – भाववाचक संज्ञा
शिष्ट – शिष्टता
भयानक – भय
ऊंचा – ऊंचाई
नम्र – नम्रता
स्वस्थ – स्वास्थ्य
मोटा – मोटापा
बुरा – – बुराई
सहायक – सहायता
आलसी – – आलस्य
निपुण – निपुणता
मूर्ख – मूर्खता
शूर – – शूरता/शौर्य
सरल – —- सरलता
वीर – — —-वीरता
भूखा – ——भूख
छोटा- — — छुटपन
हरा —– —-हरियाली
क्रिया से भाववाचक संज्ञा बनाना :-
क्रिया —– भाववाचंचक संज्ञा
गिरना —– गिरावट
चलना ——- चाल
बैठना ——- बैठक
चमकना —— चमक
सजाना —–सजावट
लिखना —- –लिखावट
पढ़ना—— पढ़ाई
जलना ——–जलन
पूजना —— पूजा
उडना —— –उड़ान
गाना ———-गान
हारना ——– हार
थकना ——–थकावट/थकान
हंसना ——- हंसी
जमना ——- जमाव
अव्यय से भाववाचक संज्ञा बनाना :-
अव्यय ——- भाववाचकसंज्ञा
दूर ——— दूरी
समीप – — सामीप्य
निकट ——– -निकटता
धिक् ——– धिक्कार
ऊपर ——– ऊपरी
शीघ्र ———- शीघ्रता
नीचे। ——– निचाई
मना ——– मनाही
संज्ञा के अन्य रूप:-
आजकल अनेक जयचंद पैदा हो गए।
आप तो कलयुग के भीम हो।
परीक्षा के निकट आते ही तुम तो भीष्म बन गये।
तुम तो पूरे विभीषण निकले।
ऊपर लिखे गए उदाहरणों में जयचंद, भीम, भीष्म ,विभीषण का प्रयोग जातिवाचक संज्ञा के रूप में हुआ है।
जयचंद का मतलब देशद्रोही लोग
भीम का मतलब शक्तिशाली व्यक्ति से हुआ है।
भीष्म का मतलब अपने प्रण पर अटल रहने वाले लोग।
विभीषण का मतलब घर का भेद उजागर करने वाले लोग।
भाववाचक संज्ञा सदैव एक वचन में ही प्रयोग की जाती हैं परंतु उनके बहुवचन रूप में प्रयुक्त होने कारण जातिवाचक संज्ञा में बदल जाती हैं।
आजकल मनुष्य के मन में ईर्ष्याएं बढ़ती जा रही हैं।
अच्छे लोगों को बुराइयों का त्याग कर देना चाहिए।
विद्यार्थियों को अपने लिखावटों पर ध्यान देना चाहिए।
“गोस्वामी जी” ने रामचरितमानस की रचना की थी।
“पंडित जी” देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे।
“गुरु जी “ के लेख आज भी प्रमाणित हैं।
1.संज्ञा किसे कहते हैं ?
उत्तर :- किसी वस्तु व्यक्ति स्थान भाव प्राणी आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं।
2. व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
उत्तर :-ऐसे संज्ञा शब्द जो किसी एक व्यक्ति ,वस्तु ,स्थान के नाम का बोध कराते हैं ,उन्हें व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
3. जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
उत्तर :- जिस संज्ञा शब्द से किसी जाति के संपूर्ण प्राणियों ,वस्तुओं , स्थान आदि का बोध होता है उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
4. भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
जिस संज्ञा शब्द से प्राणियों या वस्तुओं के गुण ,धर्म, दशा ,मनोभाव आदि का बोध होता है उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं। भाववाचक संज्ञा में गुण-दोष ,अवस्था ,व्यापार तथा क्रिया के मूल रूप आते हैं।
5. निम्नलिखित में से भाववाचक संज्ञा कौनसी है?
(अ) मोहन
(ब) कौनसा
(स) दया
(द) बहुत
उत्तर :- (स) दया
6. निम्नलिखित में से किस विकल्प में सभी शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा के है?
(अ) तालाब, नदी, समुद्र, गंगा
(ब) पृथ्वी, मोहन, मार्च, घाटगेट
(स) समुद्र, रामायण, हाथ , ममता
(द) घोड़ा, घड़ी, दीपावली, भाई
उत्तर :- (ब) पृथ्वी, मोहन, मार्च, घाटगेट
7. इनमें क्रिया से बनी भाववाचक संज्ञा नहीं है?
(अ) पढ़ाई
(ब) उतराई
(स) दौड़
(द) खटाई
उत्तर :- (द) खटाई
8. निम्नलिखित में से जातिवाचक संज्ञा से बनी भाववाचक संज्ञा है?
(अ) शैशव
(ब) सौन्दर्य
(स) हंसी
(द)स्वास्थ्य एवं
उत्तर :- (अ) शैशव
9. महीनों के नाम में कौनसी संज्ञा होती है?
(अ) भाववाचक संज्ञा
(ब) जातिवाचक संज्ञा
(स) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(द) द्रव्यवाचक संज्ञा
उत्तर :- (स) व्यक्तिवाचक संज्ञा
10. माता-पिता में कौनसी संज्ञा है?
(अ) व्यक्तिवाचक संज्ञा
(ब) भाववाचक संज्ञा
(स) जातिवाचक संज्ञा
(द) समूहवाचक संज्ञा
उत्तर :- (स) जातिवाचक संज्ञा
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