हिन्दी व्याकरण में काल महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में Kaal in Hindi Grammar/, काल के भेद, काल की परिभाषा क्या है, काल के उदाहरण, Tense in Hindi का सरल भाषा में अध्ययन करेंगे।
काल का शाब्दिक अर्थ होता है – समय या Time.
किसी वाक्य में क्रिया के जिस रूप से किसी कार्य के होने के समय का पता चलता है, उसे काल (tense) कहते हैं।
दूसरे शब्दों में – क्रिया के जिस रूप से उसके होने के समय का पता चलता है वह काल कहलाता है। अर्थात कोई क्रिया कब घटित हो रही है, काल उस चीज की जानकारी देता है।
जैसे :-
> सोहित विद्यालय जाता है।
> सोहित विद्यालय गया था।
> सोहित विद्यालय जायेगा।
उपर्युक्त तीनों वाक्यों में कर्ता सोहित है। सोहित के द्वारा विद्यालय जाने की क्रिया का बोध होता है। प्रथम वाक्य में ” जाता है ” क्रिया से वर्तमान काल का बोध होता है। दूसरे वाक्य में ” गया था ” से क्रिया के पूर्ण होने का बोध होता है अर्थात कार्य पूर्ण हो चुका है अतः यहां भूतकाल होगा। तीसरे वाक्य में ‘जायेगा’ क्रिया से आने वाले समय में घटित होने की संभावना का बोध होता है। इसलिए यहां पर भविष्य काल होगा।
काल के मुख्य रूप से तीन भेद होते हैं ।
1. वर्तमान काल
2. भूतकाल
3. भविष्यकाल
“क्रिया हुआ रूप जिससे वर्तमान काल में क्रिया के घटित होने का बोध होता है उसे वर्तमान काल (kaal in Hindi Grammar) कहते हैं।”
जैसे :
> बालक पुस्तक पढ़ता है।
> सीता खाना खाती है।
> मोहित जयपुर जाता है।
> सोनू गाना गाता है।
> वह मटके बनाता हैं।
वर्तमान काल के 6 भेद होते हैं :
A. सामान्य वर्तमान काल
B. अपूर्ण वर्तमान
C. पूर्ण वर्तमान काल
D. संदिग्ध वर्तमान काल
E. संभाव्य वर्तमान काल
F. आज्ञार्थक वर्तमान काल
क्रिया के जिस रूप से क्रिया का वर्तमान काल में घटित होने का बोध होता है उसे सामान्य वर्तमान काल कहते हैं।
सामान्य वर्तमान काल की पहचान
क्रिया के अंत में ता है, ती है, ते हैं, ते है, ता हूं आदि शब्द आते हैं।
जैसे
> मैं स्कूल जाता हूं।
> वह गाना गाता है।
> लड़की मंदिर जाती है।
> बच्चे शोर मचाते हैं।
> राम पुस्तक पढ़ता है।
क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि क्रिया अभी पूरी नहीं हुई है वहां अपूर्ण वर्तमान काल होता है। अर्थात क्रिया की निरंतरता का बोध होता है उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते हैं।
अपूर्ण वर्तमान काल की पहचान
क्रिया के अंत में रहा है, रही है, रहे हैं, रहा हूं, रहे हो आदि शब्द आते हैं।
जैसे
> बालक पुस्तक पढ़ रहा है।
> सीता खाना बना रही है।
> मोहन पत्र लिख रहा है।
> सोनू खाना खा रहा है।
> वह जयपुर जा रहा है।
ऊपर लिखे गए सभी वाक्यों में क्रिया लगातार चल रही है और क्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है।
वाक्य में क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि कार्य अभी-अभी पूर्ण हुआ है। अर्थात इसमें कार्य की पूर्णता का बोध होता है।
जैसे :
> उसने खाना खाया है।
> मोहन ने पुस्तक पढ़ी है।
> वह अभी आया है।
> बच्चे ने दूध पिया है।
जिस वाक्य में क्रिया के वर्तमान काल में पूर्ण होने में संदेह हो, वहां संदिग्ध वर्तमान काल होता है।
संदिग्ध वर्तमान काल की पहचान
क्रिया के अंत में ता होगा, ती होगी, ते होंगे आदि शब्द आते हैं।
जैसे
> बालक पुस्तक पढ़ता होगा।
> सीता खाना बनाती होगी।
> मोहन पत्र लिखता होगा।
> वह जयपुर जाता होगा।
> सोनू खाना खाता होगा।
किसी वाक्य में जिस क्रिया से किसी कार्य के पूरा होने की संभावना का बोध होता है, उसे सम्भाव्य वर्तमान काल कहते हैं।
जैसे :
> शायद, मेरा मित्र घर आया हो।
> वहां शायद बारिश हो रही होगी।
> वे शायद खाना खा रहे होंगे।
> हो सकता है, नीतू जयपुर पहुंच गया हो।
> संभवतः बच्चे आये हों।
जिस वाक्य में क्रिया से वर्तमान काल में आज्ञा देने का बोध होता है, उसे आज्ञार्थक वर्तमान काल कहते हैं।
जैसे :
> राजेश, तुम विद्यालय जाओ।
> सभी विद्यार्थी यह पाठ याद करो।
> वीकेश कुर्सी लाओ।
> अरे लड़के, पानी लाओ।
> सभी छात्र बैठ जाइए।
वाक्य में जिस शब्द से हमें बीते हुए समय में कार्य के पूरा होने का पता चलता है, उसे भूतकाल कहते हैं। जैसे :
> वह दिल्ली गया।
– शिक्षक ने बच्चों को कहानी सुनाई।
भूतकाल के 6 भेद होते हैं :
A. सामान्य भूतकाल
B. आसन्न भूतकाल
C. पूर्ण भूतकाल
D. अपूर्ण भूतकाल
E. संदिग्ध भूतकाल
F. हेतुहेतुमद् भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से कार्य के बीते हुए समय में पूरा होने का पता चलता है, लेकिन कार्य कितने समय पूर्व पूरा हुआ है,इसका बोध नहीं होता है। वहां सामान्य भूतकाल होता है। जैसे :
> वह गांव गया।
> सीता ने खाना खाया।
> मोहन विद्यालय गया।
> भाई ने सामान खरीदा।
> उसने किताब पढ़ी।
वाक्य में क्रिया से इस बात का पता चले कि कार्य अभी-अभी पूर्ण हुआ है। अर्थात कार्य को पूर्ण हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है।
जैसे :
> मोहन विद्यालय गया है।
> शिक्षक ने कहानी सुनाई है।
> उसने किताब पढ़ी है।
> सीता ने खाना खाया है।
> वह गांव गया है।
वाक्य में यह पता चले की कार्य को पूर्ण हुए बहुत समय बीत चुका है, उसे पूर्ण भूतकाल कहते हैं।
पहचान – वाक्य के अंत में या था, आ था, ई थी, ए थे, आते हैं।
जैसे :
> यहां घटना घटित हुई थी।
> रामू जयपुर गया था।
> मोहन ने पुस्तक पढ़ी थी।
> गोपाल ने खाना खाया था।
> नानी ने कहानी सुनाई थी।
वाक्य में क्रिया के जिस रूप से यह पता चला कि कार्य भूतकाल में हो रहा था लेकिन उसके पूरा होने के विषय का बोध ना हो, उसे पूर्ण भूतकाल कहा गया है।
पहचान : रहा था, रही थी, रहे थे, रही थी, ये शब्द वाक्य के अंत में आये तो अब पूर्ण भूतकाल होता है। जैसे:
> गोपाल पुस्तक का अध्ययन कर रहा था।
> बच्चे घर जा रहे थे।
> मौना कहानी सुना रही थी।
> मोनू स्कूल जा रहा था।
> टीना गाना गा रही थी।
किसी वाक्य में कोई घटना में कार्य भूतकाल में संपन्न हुआ हो लेकिन उसमें संदेह हो कि कार्य पूरा हो गया या नहीं हुआ वहां संदिग्ध भूतकाल होता है।
पहचान : आ होगा, ई होगी, ए होगे, ई होगी, ए होगी, आदि शब्द वाक्य के अंत में आते हैं। जैसे:
> अध्यापक ने कहानी कही होगी।
> विद्यार्थी घर जायेंगे।
> शिक्षक ने बच्चों को कविता सुनाई होगी।
> सीता ने किताब पढ़ी होगी।
> मोहन ने गाना गाया होगा।
जिस वाक्य में भूतकाल में होने वाली क्रिया किसी अन्य क्रिया के साथ हो। उसे हेतुहेतुमद् भूतकाल कहते हैं।
पहचानना : ता – तो, ती – तो, आदि वाक्य के अंत में आते हैं।
जैसे :
> यदि वर्षा होती तो फसल का अच्छी होती।
> यदि आप पढ़ते हैं तो परीक्षा में सफल हो जाते।
> अगर वह आता है तो मैं जरूर जाता।
वाक्य में यह पता चला कि कार्य आने वाले समय में पूरा होने वाला है। उसे भविष्य काल कहते हैं।
पहचान : गा, गी, गे वाक्य के अंत में आते हैं। जैसे:
> वह गाना गाएगा।
> वह कल आ गया।
भविष्य काल के तीन भेद होते हैं।
वाक्य में क्रिया का वह रूप जिससे आने वाले समय में कार्य के सामान्य रूप से घटित होने का पता चलता है, वहां सामान्य भविष्य काल होता है। जैसे:
> मोहन दिल्ली जाएगा।
> विद्याार्थी कल चिड़ियाघर देखेंगे।
> वह कल बाजार जायेगा।
> गोपाल विद्यालय जायेगा।
क्रिया के जिस रूप में आने वाले समय में कार्य के होने की संभावना का बोध होता है, उसे संभाव्य भविष्य काल कहा जाता है।
जैसे :
> संभवतः, वह आज घर आये।
> शायद, रीना विद्यालय जायेगी।
वाक्य में क्रिया का वह रूप है जिससे भविष्य में होने वाली क्रिया किसी अन्य क्रिया पर निर्भर हो, वहां हेतुहेतुमद् भविष्यत्काल होता है। जैसे –
> अगर वह आ जाएगी तो मैं कोलकाता जाऊंगा।
> यदि वर्षा होगी तो फल अच्छा होगा।
> अगर आप स्टेशन पहुंचेंगे तो रेलगाड़ी मिल जाएगी।
> अगर आप पढ़ेंगे तो परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाएगा।
1. हिंदी में काल (KAAL ) किसे कहते हैं?
उत्तर : काल का शाब्दिक अर्थ होता है – समय या समय।
किसी वाक्य में क्रिया के जिस रूप से किसी कार्य के होने के समय का पता चलता है, उसे काल (kaal) कहते हैं। यानी कोई भी क्रिया कब सम्पन्न हो रही है, काल उस चीज़ की जानकारी देता है।
2. हिन्दी भाषा में काल के भेद कितने होते हैं?
उत्तर : हिन्दी में काल के तीन भेद होते हैं
1. वर्तमान काल
2. भूतकाल
3. भविष्यकाल
3. हिन्दी में वर्तमान काल के कितने भेद होते हैं?
उत्तर : वर्तमान काल के 6 भेद पाए जाते हैं :
A. सामान्य वर्तमान काल
B. पूर्ण वर्तमान
C. पूर्ण वर्तमान काल
D. संदिग्ध वर्तमान काल
E. संभाव्य वर्तमान काल
F. आज्ञार्थक वर्तमान काल
4. भूतकाल किसे कहते हैं?
उत्तर : वाक्य में जिस शब्द से हमें बीते हुए समय में कार्य के पूरे होने का पता चलता है, उसे भूतकाल कहते हैं।
5. हिंदी में भूतकाल के कितने भेद होते हैं?
उत्तर : भूतकाल के 6 भेद होते हैं :
A. सामान्य भूतकाल
B. आसन्न भूतकाल
C. पूर्ण भूतकाल
D. पूर्ण भूतकाल
E. संदिग्ध भूतकाल
F. हेतुहेतुमद् भूतकाल
हिन्दी व्याकरण – सहज सीखिए – कक्षा 6 से 12
वर्ण विचार हिंदी में/ वर्ण विचार क्या होता है -1
हम hindigyansansar.com वेबसाइट आप सभी को परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए यहां हैं।
Call Us on : 9461913326
Email : hindigyansansar24@gmail.com
© Hindi Gyan Sansar. All Rights Reserved. Website Developed By Media Tech Temple